Heat sinks are essential components that help dissipate heat from electronic devices. Learn about aluminum heat sinks and copper heat sinks, their working principles, benefits.
हीट सिंक (Heat Sinks) एक उपकरण है जो विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक या विद्युतीय उपकरणों में उत्पन्न होने वाली ऊष्मा (heat) को शांत करने का कार्य करता है। यह उपकरण ऊष्मा को सुरक्षित रूप से प्रसारित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, गेमिंग कंसोल, और अन्य सिलिकॉन चिप्स उपकरणों में ऊष्मा उत्पन्न होती है जिसे नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। हीट सिंक में धातु या अन्य अच्छी ऊष्मा संग्रहण करने की क्षमता होती है, और इसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के ऊष्मा स्रोत से ऊष्मा बहार ले जाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
हीट सिंक एक प्रमुख भूमिका निभाता है ताकि यह सुनिश्चित कर सके कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का तापमान बढ़कर उच्च नहीं हो जाता, जिससे उनका सही काम करना सुनिश्चित रहता है।
Table of Contents
Heat Sinks के अनुप्रयोग

हीट सिंक (Heat Sinks) के कई अनुप्रयोग हैं जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में ऊष्मा नियंत्रित करने के लिए किए जाते हैं। यहां कुछ प्रमुख अनुप्रयोगों की सूची है:
कंप्यूटर प्रोसेसर्स: कंप्यूटर प्रोसेसर्स ऊष्मा उत्पन्न करते हैं जब वे काम करते हैं। हीट सिंक कंप्यूटर प्रोसेसर्स को ठंडा रखने में मदद करता है ताकि वे सही तापमान पर रहें और ठीक से काम करें।
लैपटॉप्स और टैबलेट्स: मोबाइल कंप्यूटिंग उपकरणों में भी हीट सिंक का उपयोग किया जाता है ताकि इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट्स ठंडे रहें और बैटरी की ऊर्जा को सही तरीके से प्रबंधित किया जा सके।
ग्राफिक्स कार्ड्स: गेमिंग कंसोल्स और ग्राफिक्स कार्ड्स में भी हीट सिंक का उपयोग होता है ताकि ऊष्मा को नियंत्रित किया जा सके, जो गेमिंग और ग्राफिक्स प्रदर्शन के दौरान उत्पन्न होती है।
पॉवर सप्लाई और इनवर्टर्स: उच्च ऊर्जा बजट सिस्टम्स जैसे कि पॉवर सप्लाई और इनवर्टर्स में भी हीट सिंक का उपयोग किया जा सकता है ताकि उनमें ऊष्मा नियंत्रित रहे और इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट्स सुरक्षित रहें।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथी अनुप्रयोग: स्मार्टफोन, टेबलेट, स्मार्ट टीवी, डीवीडी प्लेयर्स, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में भी हीट सिंक का उपयोग हो सकता है।
ये अनुप्रयोग सिर्फ कुछ उदाहरण हैं, और हीट सिंक का उपयोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में किया जाता है ताकि वे सही तापमान पर रहें और ठीक से काम करें।
Heat Sinks किस धातु से बनता है?
हीट सिंक अक्सर तांबे (Copper), आयरन (Iron) या आइस्टील (Stainless Steel) से बनाया जाता है। इन धातुओं का उपयोग हीट सिंक में उच्च तापमान और चुब्बी चीजों को ठंडा करने के लिए किया जाता है, जिससे वे जल्दी से ठंडे हो जाती हैं। तांबे का उपयोग इसमें उच्च तापमान पर बेहतर अच्छुती और अच्छे उच्च तापमानीय गुणों के लिए किया जाता है, जबकि आयरन या आइस्टील इसमें मजबूती और धातुरहिती के लिए उपयोग होते हैं।
एल्यूमिनियम हीट सिंक (Aluminum Heat Sinks)

हाँ, एल्यूमिनियम भी हीट सिंक के निर्माण में उपयोग होने वाली धातु है। एल्यूमिनियम हीट सिंक कई तकनीकी एप्लीकेशन्स में प्रयुक्त होते हैं, विशेषकर उच्च तापमानीय इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ जैसे क्षेत्रों में। एल्यूमिनियम का उपयोग हीट सिंक में किया जाता है क्योंकि यह धातु अच्छी तापमानीय चालकता रखती है और इसमें भारी होने के बावजूद यह लाइटवेट है।
एल्यूमिनियम हीट सिंक के उपयोग से, उच्च तापमान पर कार्य कर रहे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ को ठंडा करने में मदद मिलती है, जिससे उनका प्रदर्शन बेहतर रहता है और उनकी तापमान को नियंत्रित करने में सहारा मिलता है।
कॉपर हीट सिंक (Copper Heat Sinks)
हाँ, कॉपर भी हीट सिंक के निर्माण में एक लोकप्रिय धातु है। कॉपर हीट सिंक का उपयोग उच्च तापमान पर कार्य करने वाले उपकरणों, जैसे कि कंप्यूटर्स, लैपटॉप्स, पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स, और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ में किया जाता है।
कॉपर का मुख्य लाभ यह है कि यह एक अच्छा तापमानीय चालक है, जिससे हीट सिंक को तापमान को तेजी से अपनाने और उसे वितरित करने में मदद मिलती है। कॉपर का उपयोग इसमें अच्छी तापमान पर अच्छी चालकता के लिए किया जाता है, जो उच्च प्रदर्शन और तापमान नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है।
Heat Sinks कैसे बनते हैं?
Heat Sinks बनाने की प्रक्रिया अनुक्रमणिका में कई कदमों से गुजरती है. यहां हीट सिंक की आम प्रक्रिया का उपरोक्त अनुक्रम है, हालांकि यह विभिन्न उद्दीपकों के आधार पर विभिन्न मैटेरियल्स का उपयोग कर सकती है:
डिज़ाइन: हीट सिंक का डिज़ाइन तापमानीय और मैटेरियल प्रॉपर्टीज़ को ध्यान में रखकर किया जाता है। डिज़ाइन में हीट सिंक के आकार, फिन्स, और सर्फेस एरिया जैसे पैरामीटर्स शामिल होते हैं।
मैटेरियल चयन: हीट सिंक बनाने के लिए उपयोग होने वाले मैटेरियल का चयन किया जाता है, जैसे कि तांबा, एल्यूमिनियम, आयरन, या आइस्टील।
मटेरियल प्रिप्रेशन: चयनित मैटेरियल को उच्च तापमान और बनावटी ताकत के लिए उचित रूप में प्रिप्रेश किया जाता है।
बनावटी प्रक्रिया: मैटेरियल को बनावटी प्रक्रिया से आकार दिया जाता है, जिसमें कटाई, बेन्डिंग, और विभिन्न रूपों की छदें बनाई जाती हैं।
फिनिशिंग: बनाई गई सिंक को स्मूथ करने और उसे अच्छे से फिनिश करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि ग्राइंडिंग, पॉलिशिंग, और कोटिंग।
टेस्टिंग: अंत में, बनाई गई हीट सिंक को तापमानीय और संरचना टेस्ट किए जाते हैं ताकि इसकी अच्छुती और तकनीकी दृष्टि से उच्च प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा सके।
इस प्रक्रिया के दौरान, सुरक्षितता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए उच्च मानकों का पालन किया जाता है।
बाहर निकलना (Extrusion)
Heat Sinks का निर्माण कई तकनीकों में किया जा सकता है, लेकिन एक प्रमुख तकनीक है “एक्सट्रूजन” (Extrusion)। एक्सट्रूजन प्रक्रिया का उपयोग धातु से बने हीट सिंक्स की आकृति बनाने के लिए किया जाता है। यहां एक सामान्य एक्सट्रूजन प्रक्रिया की विवरण दी गई है:
डिज़ाइन और मॉल्डिंग: सबसे पहले, हीट सिंक की आवश्यकताओं के आधार पर डिज़ाइन किया जाता है। फिर, इस डिज़ाइन को एक मोल्ड (डाइ) में स्थापित किया जाता है।
चयनित धातु का मिश्रण: उच्च गुणस्तर के धातु को बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले कॉपर या एल्यूमिनियम से बने चिप्स को एक मिश्रण में मिलाया जाता है।
एक्सट्रूजन प्रक्रिया: यह मिश्रण एक्सट्रूडर मशीन में डाला जाता है, जहां उच्च दाब के तहत यह मोल्ड के माध्यम से निकलता है। इस प्रक्रिया में, धातु को उच्च दाब और तापमान में गरम किया जाता है ताकि यह मोल्ड के रूप में आ सके।
कटौती और प्रसंस्करण: एक्सट्रूडेड हीट सिंक को आवश्यक लंबाई पर काटा जाता है और फिर उसे चाहिए गई आकृति और डिज़ाइन के अनुसार प्रसंस्कृत किया जाता है।
सतह और फिनिशिंग: अंत में, हीट सिंक की सतह को समाप्त करने और स्वच्छता और रंग सहित अन्य विशेषताओं को पूरा करने के लिए उच्ची स्तरीय सतह प्रदान की जाती है।
एक्सट्रूजन प्रक्रिया एक सामान्य और उपयोगी तकनीक है जो हीट सिंक्स को निर्मित करने में प्रयुक्त होती है।
हीट सिंक का निर्माण कई तकनीकों का समावेश कर सकता है, लेकिन एक सामान्य प्रक्रिया में, हीट सिंक निम्नलिखित कदमों से बन सकता है:
डिज़ाइनिंग: सबसे पहले, हीट सिंक का डिज़ाइन बनाया जाता है, जो तापमानीय गुणधर्मों, आवश्यक आकारों, और अन्य तकनीकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखता है।
मैटेरियल चयन: उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के आधार पर उपयुक्त मैटेरियल का चयन किया जाता है, जैसे कि तांबा, एल्यूमिनियम, या अन्य धातुएँ।
उत्कृष्टकरण (Extrusion): Extrusion तकनीक का उपयोग करके, धातु को एक निर्दिष्ट आकार और रूप में प्रवाहित किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में, धातु को एक डाई के माध्यम से निचोड़ा जाता है ताकि वह आवश्यक आकार और रूप में हो सके।
फिनिशिंग और तापमानीय अपेक्षाएँ: अंत में, हीट सिंक को फिनिशिंग प्रक्रिया में ले जाया जाता है जिसमें उसे धातु के चमकदार रूप में पूरा किया जाता है और तापमानीय अपेक्षाएँ सुनिश्चित की जाती हैं।
ये सभी कदम एक अच्छी तकनीकी प्रणाली और उन्नत मशीनरी के साथ किए जाते हैं ताकि उत्पाद आवश्यकताओं को पूरा करता है और अच्छी तरह से काम कर सकता है।
स्कीविंग( Skiving)

हीट सिंक बनाने के लिए कई तकनीकें हो सकती हैं, और उनमें से कुछ मुख्य तकनीकें extrusion, CNC machining, और skiving शामिल हो सकती हैं:
Extrusion (बाहर निकलना): इस तकनीक में, धातु का गरम किया गया स्लैब (ब्लॉक) होता है, जिसे एक डाइग्न में से धक्के मारकर बनाया जाता है। इससे एक निर्दिष्ट आकार और रूप का हीट सिंक बनता है।
CNC Machining (सीएनसी मशीनिंग): Computer Numerical Control (CNC) मशीनों का उपयोग करके हीट सिंक बनाने की तकनीक है। इसमें कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का उपयोग करके मशीन को धातु ब्लॉक को आवश्यक रूप में काटने के लिए निर्दिष्ट निर्देशिका दी जाती है।
Skiving (स्कीविंग): Skiving तकनीक में, धातु की पत्ती को चाकू या शार्प टूल की मदद से छिद्रित किया जाता है ताकि उच्च सतही अंगिकरण और तापमान अंतरणन हो सके। यह तकनीक अक्सर एल्यूमिनियम हीट सिंक्स के निर्माण में प्रयुक्त होती है और अधिक सतही संपर्क क्षेत्र प्रदान करती है, जिससे तापमान को अच्छी तरह से वितरित किया जा सकता है।
इन तकनीकों में से कोई एक या उनका संयोजन हीट सिंक बनाने में उपयोग किया जा सकता है, त्यागी और उच्च तापमानीय गुणों के आधार पर।
निष्कर्ष
हीट सिंक बनाने के लिए विभिन्न तकनीकों में से कुछ मुख्य तकनीकें हैं, जैसे कि extrusion, CNC machining, और skiving। Extrusion में धातु को बाहर निकालकर आवश्यक आकार में बनाया जाता है, CNC machining में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का उपयोग करके धातु को निर्दिष्ट रूप में काटा जाता है,
और skiving में धातु की पत्ती को शार्प टूल की मदद से छीना जाता है ताकि उच्च सतही अंगिकरण और तापमानीय अंतरणन हो सके। इन तकनीकों का उपयोग धातु से बने हीट सिंक्स की विभिन्न आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है।
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